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Wednesday 14 November 2018

सुबह के छाँव में (Subah ke chhaon mein : How to wake up early morning) -ps

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subah ke chhav mein - prkshsah2011.blogspot.in


।। सुबह के छाँव में ।।


सुबह के छाँव में

उठ जाना

हटा गर्म रजाई को।

मेरी ये सलाह है-

अबकी बीती रात को

भूल जाना

कि तुम्हारा कोई इंतजार

करता है...देर रात तक।

जिससे तुम उठ जाओगे

सुबह के छाँव में।

...

भारी-भारी आँखों से

लिया गया मुँह से

जम्हाई,

लाता कुछ बूंदें, आंसुओं के

तुम्हारी इन

अधूरी देखी हुई सपनों के

नयनों में।

कुछ ऐसा ही नज़ारा-

घासों से भी

फूट रही है...ओस की बूंदें

जैसे बादल के भी रह गये हो

कुछ सपनें अधूरे।

इस हड़बड़ाहट में

कि सूरज

वक़्त पे उठ जाते हैं

सुबह के छाँव में।

...

तुम्हें रोज़ सूरज का

अनुसरण करना होगा।

बादल का

हड़बड़ाहट नहीं लेना है।

जिससे

तुम रोज़ उठ जाओगे

सुबह के छाँव में।



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Thursday 1 November 2018

तुम्हारी याद में (Tumhari Yaad Mein) -ps

तुम्हारी याद में (Tumhari Yaad Mein) -ps prkshsah2011.blogspot.in


।। तुम्हारी याद में ।।


तुम्हारी याद में

रात-रात बीत गयी

कि तुम गये कहीं नहीं

मुझे छोड़कर...

..कैसे लूँ जगह, तुम्हारी मैं -

राह-राह चलते तुम

आँखों में अचानक

आ जाते हो

क्षण-में-क्षण-में सामने आ,

....ओझल हो जाते हो....

..........................................

चेहरे के किसी कोने में

दर्द की कुछ सिकन

दिख जाएगी...

कण-कण में तुम,

तन-मन में तुम।

जिस
 ओर देखूँ मैं,

हर ओर नजर

आते हो तुम

©PS

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