।। किस कदम पे तुम चली हो ।।
किस कदम पे तुम चली हो
देखें तो हम
ज़रा
रात बित गई कि
तुम कहाँ रूकी हो
देखें तो हम
ज़रा
साथ छूट गया कि
अब भी कुछ बचा है
देखें तो हम
ज़रा
आसपास की मुश्किलें, घट रही या बढ़
रही है
देखें तो हम
ज़रा
मन के मन के
तारों में यादों की धमनियाँ
कि चल रही है
या नही
देखें तो हम
ज़रा
देखें तो हम
ज़रा
देखें तो हम
ज़रा
कि...
किस कदम पे तुम चली हो
किस कदम पे तुम
चली हो
किस कदम पे तुम
चली हो
देखें तो हम ज़रा
©ps