।। आज़ादी ।।
है
आज़ादी ! है आज़ादी ! है आज़ादी !
कह
दो ना
है
आज़ादी ! है आज़ादी ! है आज़ादी !
जब सोच में कोई बंदिशे
तो
कह दो क्या
है
आज़ादी ? है आज़ादी ? है आज़ादी ?
जब
हमसे कोई दूर हो तो क्या
है
आज़ादी ? है आज़ादी ? है आज़ादी ?
जब
मन में ना कोई गिले शिकवे हो तो
है
आज़ादी ! है आज़ादी ! है आज़ादी !
साथ-साथ
चलके आगे बढ़ना है तो
है
आज़ादी ! है आज़ादी ! है आज़ादी !
देश
में रहना है तो कहना है
वंदे
मातरम् ! वंदे मातरम् ! वंदे मातरम् !
हाँ
! है यही, है यही, है यही
आज़ादी
! आज़ादी ! आज़ादी !
तो
कह दो ना
है
आज़ादी ! है आज़ादी ! है आज़ादी !
©ps
I enjoyed reading your poem.
ReplyDeleteThank you. Love love, Andrew. Bye.
Thank you Brother. Love you too.
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