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Friday, 21 April 2017

चिड़िया (THE BIRD) -PS

।। चिड़िया ।।
पंख जो फैलाती, अंबर को छूती
उड़कर ही उड़कर, आती है मुझपर

उड़कर ही जाती, उड़कर ही आती
थकती नही, बस प्यासी है चिड़िया

सरोवर है सूखा, नदी मिली तड़पती
बरसा बरसती नही, चिड़िया जाए कहाँ !

चिड़िया है चुगती, चुगती है दाना
कहती है, पानी तुम देने आना

कहती है, पानी तुम देने आना
कहती है, पानी तुम देने आना

Tuesday, 18 April 2017

POLITICS - PS

POLITICS

In India, Politics and Politicians are not the temporary thing. It is both always dominate our country through VISION or REASON. Sometimes this reason goes wrong like some Political Parties play DIRTY POLITICS: makes a community, a religion, a caste or group of castes as a VOTE BANK. They will be more succeeded when people belong to these are also come into their TRAP and think as those leaders/politicians are my ‘माई-बाप’ (i.e., Supreme, God, etc.).

Friday, 14 April 2017

ईश्वर-ईश्वर (THE GOD) -PS

GOD IS EVERYWHERE JUST NEED TO BELIEVE !
।। ईश्वर-ईश्वर ।।
जग में हरदम सोया,
पग-पग में कुछ तू खोया।
जग को नापा, पग से तू,
ईश्वर कण-कण में और अब भी पग में तू।

रोम-रोम से जाग उठ
मुझमें ईश्वर, तुममें ईश्वर
सब में हैं ईश्वर-ईश्वर
इस सच्च को मान ले तू।

Thursday, 13 April 2017

दीर्घ निद्रा (Deep Sleep : Deergh Nidra) -PS

The whole world seems like someone is dreaming it everyday...

।। दीर्घ निद्रा ।।
ईश्वर हैं या नही, या फिर होतें विश्वास नामभर मात्र,
हम कठपुतलियाँ है या किसी स्वपन-रूपी चलचित्र का पात्र ।

स्वप्न-रूपी यह संसार ही है,
कोई लम्बे वक्त से सोया है दीर्घ निद्रा में,
स्वप्नो में ही कहानियाँ बुनता,
हम उसके भाँती-भाँती पात्र है ।