।। तुम्हारी याद में ।।
तुम्हारी याद में
रात-रात बीत गयी
कि तुम गये कहीं नहीं
मुझे छोड़कर...
..कैसे लूँ जगह, तुम्हारी मैं -
राह-राह चलते तुम
आँखों में
अचानक
आ जाते हो।
क्षण-में-क्षण-में सामने आ,
....ओझल हो जाते हो....
..........................................
चेहरे के किसी कोने में
दर्द की कुछ सिकन
दिख जाएगी...
कण-कण में तुम,
तन-मन में तुम।
जिस ओर देखूँ मैं,
हर ओर नजर
आते हो तुम।
©PS