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1. बस रूक जाला एगो तिनका के सहारा खातिर | भोजपुरी कविता | Prakash Sah
2. का भरोसा बा तोहार | भोजपुरी कविता | कोरोना, शहर और मेरी मोहब्बत | - PRAKASH SAH
3. ई ज़माना बा बड़ा ख़राब | भोजपुरी कविता | PRAKASH SAH
4. बड़ा निक लागेला (Bada Nik Lagela) | भोजपुरी कविता | PRAKASH SAH
5. Election में कोरोना ना होला? | PRAKASH SAH | भोजपुरी कविता
6. भोजपुरी के भूल गई लऽ | PRAKASH SAH
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