Email Subscription

Enter your E-mail to get
👇👇👇Notication of New Post👇👇👇

Delivered by FeedBurner

Followers

Sunday, 25 August 2024

लावारिस | PRAKASH SAH


PC : Google


सवालों के घेरे में
हम इंसानों का एक कृत है...

शय्या पे मृत पड़े
इंसानों को
कंधा देने के लिए
लोग कतारबद्ध खड़े मिल जाते हैं।
लेकिन 
सड़क पे कुचले गये
जानवरों को
लावारिस की तरह छोड़कर 
गाड़ियों के चक्के से बार-बार रौंदते हुए
उनके खाक हो जाने तक
हम इस तरह
उनका अंतिम संस्कार क्यूँ करते हैं?

तब
हमारी सारी संवेदनाएँ
कहाँ चली जाती है?
क्या ये संवेदनाएँ
सिर्फ इंसानी मृत शरीर के लिए ही है?
क्या वाकई ये कृत, घृणित नहीं है?
-प्रकाश साह
06032023




🙏🙏 धन्यवाद!! 🙏🙏

3 comments:

  1. मार्मिक रचना !

    ReplyDelete
  2. मृत इंसानों को कंधा देने के लिए भी लोग अब कहां मिल पाते हैं ? फिर जानवर तक कौन पहुंचे?

    ReplyDelete
  3. संवेदनाएँ दम तोड़ती जा रही हैं।
    मार्मिक रचना।

    ReplyDelete