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Wednesday, 15 November 2017

चुनावी मौसम (Election Time) -ps

चुनावी मौसम



चुनाव का मौसम,
मतदान एक रश्म ।
18 से ऊपर के मतदाता,
आते चुनने अपना राष्ट्रनिर्माता ।
कर्तव्य निर्वहन
करते सब अपना अपना,
सबको प्यारा देश अपना ।
सपना किसका पूरा करते नेता,
यूँ ही चलता
पता नहीं किसको कितना हक मिलता ।
जो जीता वही सिकंदर,
वही सांसद होते संसद के अंदर ।
चुनते वे एक नेता होतें वह प्रधानमंत्री,
इनके ही इर्द-गिर्द होतें भिन्न-भिन्न मंत्री-संत्री ।

पाँच साल का काल
साल-दर-साल
नेता हुएं मालामाल ।
ऐसे ही चला
क्रम-दर-क्रम हर सरकार
जनता हुई बेहाल ।
कौन है इसका जिम्मेदार
हम या सरकार ?

जागरूक कौन होगा ?
एक कार्य पूर्ण कर
हम कभी ना ठहरे होंगे ।
नख काली स्याही चढ़ा कर
क्या हम उसके उतरने का
इंतजार करेंगे ?
हमे अपना कर्तव्य
हर रोज दिखाना होगा ।
समर्थन या विरोध का स्वर
बुलंद कर
जनतंत्र पर्व को प्रदर्शीत करना होगा
हर रोज जन-जन को जागरूक होना होगा
हर रोज जन-जन को जागरूक होना होगा...
©ps

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